"शाम भी खास है, वक़्त भी खास है;तुझको भी एहसास है, तो मुझको भी एहसास है;इससे जयादा मुझे और क्या चाहिए;जब मैं तेरे पास, और तु मेरे पास है!"
www.deshisayari.com |
इस शायरी में शायर यह कहता है "शाम भी खास है, वक़्त भी खास है,आज कि शाम और वक्त हमारे प्यार के लिए सूहाना है।
तुझको भी एहसास है, तो मुझको भी एहसास है;इससे जयादा मुझे और क्या चाहिए;तुम्हें पता है कि प्यार करने के लिए मौसम सूहाना है और इस से ज्यादा मुझे भी पता है कि प्यार करने के लिए मौसम सूहाना हैं।
जब मैं तेरे पास, और तु मेरे पास है!"
और वो मौसम यह हे कि हम दोनों एक दूसरे के साथ है हम दोनों का साथ ही प्यार करने का सही समय है।
0 Comments:
Post a Comment